भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर श्रीलंका दौरे के बाद अब संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर हैं। इस दौरान विदेश मंत्री ने अपने समकक्ष अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान के साथ कई मुद्दों पर व्यापक चर्चा भी की। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूएई के विदेश मंत्री अल नाहयान के साथ भारत और यूएई के बीच लगातार बढ़ती रणनीतिक संबंधों को लेकर भी वार्ता की। इसके साथ ही दोनों देशों के विदेश मंत्री ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की है। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर के भी दर्शन किए हैं।बीएपीएस के पदाधिकारियों से मुलाकात के बाद एस जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा कि अबूधाबी में बीएसपीएस हिंदू मंदिर के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। भारत और यूएई मित्रता का एक प्रत्यक्ष प्रतीक यह मंदिर दुनिया को एक सकारात्मक संदेश देने का कार्य करेगा। दोनों देशों के बीच यह एक सांस्कृतिक सेतु का कार्य करेगा। बता दें कि, इसी साल 14 फरवरी को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मंदिर का उद्धाटन किया था। जबकि यूएई सरकार ने बीएपीएस को यह दान की थी, जिसपर मंदिर बनवाया गया है। मंदिर में दर्शन करने के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित किए गए 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह का उद्धाटन किया और उसमें भाग भी लिया। यह योग दिवस कार्यक्रम अबू धाबी संग्रहालय परिसर में किया गया था। इस कार्यक्रम में भाग लेने के बाद विदेश मंत्री ने यूएई के विदेश मंत्री के साथ बैठक की। बैठक के बाद जयशंकर ने कहा कि हमने लगातार बढ़ती रणनीतिक साझेदारी पर सार्थक और गहरी बातचीत की है। इसके अलावा इस बैठक में क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत हुई।

यूएई में रहते हैं 35 लाख भारतीय

पिछले कुछ समय वर्षों में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच संबंध बेहतर हो रहे हैं। भारत और यूएई ने आर्थिक भागीदारी को बढ़ाने हेतु फरवरी 2022 में विस्तृत आर्थिक साझेदारी समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। वहीं, यूएई 2022-23 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामलों में भारत में चार शीर्ष निवेशकों में से एक में शामिल रहा था। जबकि यूएई में करीब 35 लाख भारतीय रहते हैं। इससे पहले भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने श्रीलंका का दौरा किया था। इस दौरे के दौरान उन्होंने भारत की मदद से तैयार समुद्री बचाव समन्वय केंद्र का भी उद्घाटन किया था। इस दौरान उनके साथ श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे भी मौजूद रहे थे। भारतीय विदेश मंत्री और श्रीलंका के राष्ट्रपति ने मिलकर इसका उद्घाटन किया था। साथ ही भारत की आदर्श ग्राम आवास परियोजना के तहत 48 बने हुए मकान भी सौंपे गए। बता दें कि, विदेश मंत्री का यह दौरा उस समय हुआ है, जब श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे भारत के दौरे पर आए थे। साथ ही वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल हुए थे।

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