दक्षिण गाजा के शहर राफा में नरसंहार का खतरा लगातार मंडरा रहा है।

इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू किसी भी कीमत पर हमास के खिलाफ जंग नहीं छोड़ने की बात दोहरा चुके हैं। उन्होंने अब राफा में ऑपरेशन शुरू करने की बात कही है।

राफा में गाजा से भाग आए 10 लाख शरणार्थी हैं। नेतन्याहू के ऐलान के बाद अमेरिका समेत पूरी दुनिया को नए नरसंहार का डर है।

इसलिए अमेरिका समेत कई देश हमास और इजरायल को मनाने में जुटे हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पहले हमास अधिकारियों को अलर्ट किया कि उनके पास डील मानने का अभी भी वक्त है। उधर, बुधवार को ब्लिंकन ने नेतन्याहू से भी मुलाकात की।

दोनों नेताओं के बीच मुलाकात का मुख्य मकसद राफा में जंग रोकना है।

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बुधवार को इज़रायल में प्रधान मंत्री नेतन्याहू से मुलाकात की, यह पश्चिम एशिया दौरे पर उनका नवीनतम पड़ाव है।

राष्ट्रपति बाइडेन इज़रायल को दक्षिणी गाजा के एक शहर राफा पर हमला करने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं, जहां लाखों फिलिस्तीनियों ने गाजा युद्ध के दौरान शरण ले रखी है।

ब्लिंकन और बाइडेन प्रशासन सिर्फ इजरायल ही नहीं हमास से भी बंधकों को मुक्त करने के लिए नई डील पर सहमत होने का आह्वान कर रहे हैं।

महीनों से चल रही वार्ता
नई डील में मुख्य बाते हैं- छह सप्ताह का युद्धविराम और कुछ फ़िलिस्तीनी कैदियों की रिहाई। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि अस्थायी युद्धविराम से स्थायी युद्धविराम हो सकेगा।

हालांकि अमेरिका की उम्मीदों को तब झटका लगा जब नेतन्याहू ने बंधकों के परिवारवालों से मुलाकात के दौरान कसम खाई कि वे जल्द ही राफा में नया ऑपरेशन शुरू करेंगे।

नेतन्याहू के ऐलान से अब नए कत्लेआम का खतरा पैदा हो गया है। युद्धविराम वार्ता महीनों से रुकी हुई है और इज़रायली अधिकारियों ने कहा है कि वे अपनी मांगें कम करने पर सहमत हुए हैं। वे अब हमास से कम से कम 33 नागरिकों को मुक्त कराने पर राजी हैं, जिन्हें तत्काल मेडिकल सुविधा की आवश्यकता है। 

हमास पर भी दबाव बना रहा अमेरिका
उधर, अमेरिका ने गाजा में संघर्ष विराम समझौते के लिए हमास पर भी दबाव बनाना शुरू कर दिया है। हमास के अधिकारी काहिरा में मिस्र के मध्यस्थों से बात कर रहे हैं। इस बीच गाजा के दक्षिणी शहर राफा में इजरायली हवाई हमलों में 26 लोग मारे गये।

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने हमास से अपील की कि वह नए प्रस्ताव को स्वीकार कर ले जो इजरायल की ओर से दिया गया है।  

प्रस्ताव की शर्तें हालांकि सार्वजनिक नहीं की गई हैं।

लेकिन मिस्र के एक अधिकारी और इजरायली मीडिया के अनुसार नेतन्याहू ने अपने रुख में नरमी लाई है और संघर्ष विराम के छह सप्ताह वाले संघर्षविराम प्रस्ताव में नरमी बरतने पर सहमति जताई है।

उधर, हमास ने मांग की है कि सभी बंधकों की रिहाई के बाद गाजा में इजरायल के लगभग सात महीने से जारी हमलों का पूर्ण अंत हो जाएगा और तबाह हुए क्षेत्र से उसके सैनिकों की वापसी हो जाएगी।

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