चीन समर्थक माने जाने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के ‘झूठ’ का पर्दाफाश मुल्क के ही पूर्व मंत्री ने किया है।

मालदीव के विदेश मामलों के पूर्व मंत्री ने कहा कि ‘हजारों भारतीय सैनिकों’ की मौजदूगी का मुइज्जू का दावा सच नहीं है। साथ ही उन्होंने साफ किया है कि देश में कोई भी सशस्त्र सैनिक मौजूद नहीं है।

मालदीव के पूर्व मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कहा, ‘100 दिन हो चुके हैं, यह बात साफ हो चुकी है कि राष्ट्रपति मुइज्जू के हजारों भारतीय सैनिकों के दावे सिर्फ झूठ का पुलिंदा है।

मौजूदा प्रशासन एक आंकड़ा पेश करने में सक्षम नहीं है। देश में कहीं भी सशस्त्र सैनिक नहीं है।’ उन्होंने कहा कि पारदर्शिता जरूरी है और सच्चाई की जीत होनी चाहिए।

भारत पर लगातार सवाल उठाते रहे हैं मुइज्जू
खास बात है कि मालदीव के नई राष्ट्रपति मुइज्जू लगातार भारत विरोधी सुर रखे हुए हैं। यह सिलसिला उनके चुनावी अभियान से ही जारी है, जहां उन्होंने खासतौर से मालदीव से भारतीय सैनिकों को बाहर करने का मुद्दा उठाया था।

सत्ता संभालने के दूसरे ही दिन मुइज्जू ने औपचारिक रूप से भारत सरकार से सैनिकों को वापस बुलाने का अनुरोध किया था।

बीते साल दिसंबर में भी मुइज्जू ने दावा किया था कि भारत सरकार से बातचीत के बाद समझौता हो गया है। उनका दावा था कि भारत सरकार सैनिकों को वापस बुलाने के लिए तैयार हो गई है।

आंकड़े बताते हैं कि फिलहाल मालदीव में 70 भारतीय सैनिक मौजूद हैं। इसके अलावा डॉर्नियर 228 पेट्रोल एयरक्राफ्ट, 2 HAL हेलीकॉप्टर भी मालदीव में हैं।

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