पाकिस्तान में चुनाव को लेकर मची खींचातान के बीच हत्या और अपहरण के मामले बढ़ते जा रहे हैं।

राजनीतिक मतभेद को लेकर पाकिस्तान में एक बाप ने अपने बेटे को मौत के घाट उतार दिया। पाकिस्तान के आम चुनाव से पहले किस राजनीतिक दल का झंडा फहराया जाए इसको लेकर बाप और बेटे में झगड़ा हो गया।

इस पर गुस्साए पिता ने अपने बेटे की हत्या कर दी। पाकिस्तान की पेशावर पुलिस ने इसकी जानकारी दी।

बाप ने पिस्तौत से बेटे का मार डाला

एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, बेटा हाल ही में कतर से काम करके लौटा था। उसने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पेशावर में स्थित अपने घर पर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी का झंडा फहराया था।

इसको लेकर बाप-बेटे में बहस तब छिड़ गई। जिला पुलिस अधिकारी नसीर फरीद ने कहा, “पिता ने अपने बेटे को घर पर पीटीआई का झंडा फहराने से मना किया, लेकिन बेटे ने इसे उतारने से इनकार कर दिया। उसने कहा कि वह पीटीआई को नहीं छोड़ेगा।”

पुलिस ने बताया कि बेटे के इनकार करने से “बहस बढ़ गई और गुस्से में आकर पिता ने अपने 31 वर्षीय बेटे पर पिस्तौल से गोली चला दी।”

अस्पताल ले जाते समय बेटे की मौत हो गई। पुलिस पिता की तलाश कर रही है। आरोपी पिता के बारे में कहा जा रहा है कि वह राष्ट्रवादी अवामी नेशनल पार्टी (ANP) से जुड़ा था। वह अपने घर पर आवामी पार्टी का झंडा भी फहरा चुका था। 

बेहद पुराने हैं अवामी नेशनल पार्टी के तार

अवामी नेशनल पार्टी की बात करें तो यह पाकिस्तान में एक पश्तून राष्ट्रवादी, धर्मनिरपेक्ष और वामपंथी राजनीतिक दल है। पार्टी की स्थापना 1986 में अब्दुल वली खान ने की थी और इसके वर्तमान अध्यक्ष बाचा खान के पोते असफंदयार वली खान हैं।

बाचा खान को दुनिया खान अब्दुल गफ्फार खान या बादशाह खान के नाम से जानती है। भारत में अब्दुल गफ्फार खान को फ्रंटियर गांधी या सीमांत गांधी भी कहा जाता है।

पश्तूनों के हक की लड़ाई लड़ने वाले बादशाह खान को साल 1987 में भारत सरकार ने सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाजा था। 

हमारे उम्मीदवारों का हो रहा अपहरण- इमरान खान की पार्टी

8 फरवरी को होने वाले चुनावों से पहले पाकिस्तान में हर बार की तरह इस बार भी हिंसा का दौरा जारी है। उम्मीदवारों पर बम विस्फोटों और बंदूकों से हमला किया जा रहा है।

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने 19 जनवरी को एक बयान में दावा किया कि खुफिया एजेंसियां आठ फरवरी के आम चुनाव से पहले उसके समर्थन वाले उम्मीदवारों को खुलेआम प्रताड़ित और उनका अपहरण कर रही हैं।

इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा कि फैसलाबाद से पूर्व विधायक और पार्टी समर्थित उम्मीदवार ख्याल अहमद कास्त्रो को खुफिया एजेंसियों के कर्मियों ने कथित तौर पर अगवा कर लिया है। फैसलाबाद लाहौर से लगभग 130 किलोमीटर दूर है। खान की पार्टी के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सादे कपड़े पहने लोगों ने फैसलाबाद की एक जिला अदालत के बाहर कैमरे के सामने कास्त्रो का अपहरण कर लिया।’’

पार्टी के महासचिव उमर अयूब ने कहा, ‘‘अदालत से जमानत मिलने के बाद भी कास्त्रो का दिन दहाड़े अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया, जो बेहद निंदनीय है।’’

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