अयोध्या में राम मंदिर बनकर तैयार है। 22 जनवरी को भव्य आयोजन के साथ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा और मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा।

इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए न सिर्फ देश से बल्कि सात समुंदर पार से भी भक्तगण अयोध्या पहुंच रहे हैं। ऐसे ही एक भक्त का वीडियो सोशल मीडिया पर छाया है।

यह भक्त यूरोप के देश हंगरी से अयोध्या पहुंचे हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले जहां अयोध्या की गलियां राममय हो गई हैं, ऐसे में यह राम भक्त भी झूम-झूमकर राम भजन गाते नजर आ रहे हैं। 

एक वीडियो को न्यूज एजेंसी एएनआई की एक्स हैंडल पर शेयर किया गया है। जिसमें हंगरी से आए एक राम भक्त अन्य भक्तों के साथ ‘रघुपति राघव राजा राम’ गाते नजर आ रहे हैं।

उनके इस अंदाज को सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है।

श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान आज पांचवें दिन सुबह नौ बजे से जारी रहा। आज का पूजा अनुष्ठान शाम तक चला। प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 16 जनवरी को दोपहर बाद सरयू नदी से प्रारम्भ हुआ था और 17 जनवरी को श्रीरामलला की मूर्ति का मंदिर परिसर में आगमन हुआ था।

प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में रामलला के विग्रह के अधिवास के साथ आज मुख्यतः वास्तु पूजा चल रही है। इस पूजा में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तरफ से अनिल मिश्र सपरिवार और विश्व हिन्दू परिषद के कार्याध्यक्ष और अन्य लोग पूजा कर रहे हैं। 

प्राण प्रतिष्ठा के लिए श्रीरामलला की मुख्य प्रतिमा गर्भ गृह में विराजमान है और विविध अधिवास में है। आज रामलला के विग्रह को पहले शर्करा अधिवास और फलाधिवास में रखा गया। इसके बाद 81 कलशों में एकत्रित अन्य औषधियुक्त जल से स्नान कराया गया।

फिर विग्रह को पुष्पाधिवास में रखकर आज की अधिवास प्रक्रिया पूरी की जाएगी। कल 21 जनवरी को भी विग्रह के अधिवास की प्रक्रिया जारी रहेगी।

रामलला का पुराना विग्रह अभी पहले की तरह विद्यमान है। उचित समय पर उसे पूरे धार्मिक विधि विधान के साथ मंदिर में विराजमान किया जाएगा। 

फूलों सज गया मंदिर
मंदिर के ऊपरी हिस्से को भी बेहद खूबसूरत अंदाज में संवारा जा रहा है। इस काम के लिए तमाम कर्मचारी तैनात किए गए हैं। अंदरूनी भाग में भी फूल लगाए गए हैं।

मूल रूप से पीले, सफेद, बैंगनी और लाल रंग के फूलों को प्रमुखता दी जा रही है। बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा में अब मात्र दो ही दिन का समय बाकी रह गया है।

ऐसी है मंदिर की बनावट
गौरतलब है कि राम मंदिर को शास्त्रीय परंपरा के अनुसार नागर शैली में बनाया गया है। इसकी लंबाई पूर्व से पश्चिम 380 फीट, जबकि चौड़ा 250 फीट है।

वहीं, मंदिर की ऊंचाई 161 फीट है। वास्तुकला की नागर शैली की उत्पत्ति उत्तर भारत में हुई है। इस शैली में बनाए गए मंदिरों के पिरामिड काफी ऊंचे होते हैं और इन्हें शिखर कहा जाता है।

मंदिर के शीर्ष पर कलश बने होते हैं। राम मंदिर के पिलर्स और दीवारों पर देवी-देवताओं के चित्र उकेरे गए हैं। मंदिर कुल तीन मंजिलों का है और हर मंजिल की ऊंचाई 20 फीट है। इसमें कुल 392 पिलर्स और 44 दरवाजे हैं।

पीएम मोदी कर रहे अनुष्ठान
राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान होंगे। पीएम मोदी भी 11 दिन का अनुष्ठान कर रहे हैं। 

इन दिनों वह मात्र नारियल पानी पी रहे हैं और जमीन पर कंबल बिछाकर सो रहे हैं। इसके अलावा ब्रह्ममुहूर्त में उठकर विशेष मंत्र का जाप भी कर रहे हैं।

अयोध्या में कार्यक्रम की तैयारी जोरों पर है और इसे सजाया संवारा जा रहा है। बीते दिनों मुख्यमंत्री नरेंद्र योगी खुद अयोध्या पहुंचे थे और तैयारियों का जायजा लेने के साथ जरूरी दिशानिर्देश भी दिए थे।

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