पूरे देश में गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं।

इस साल 26 जनवरी को कर्त्तव्य पथ पर 75वां गणतंत्र दिवस समारोह काफी अहम होने वाला है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि होंगे।

गणतंत्र दिवस की परेड में फ्रांस की आर्मी भी हिस्सा लेगी। फ्रांस आर्मी का 95 सदस्यीय दल पहले ही भारत आ चुका है और विजय चौक पर परेड की तैयारियां कर रहा है। 

गणतंत्र दिवस समारोह में दो फ्रांसीसी राफेल लड़ाकू जेट, एक फ्रांसीसी ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और फ्रांसीसी विदेशी सेना की 95 सदस्यीय टुकड़ी हिस्सा लेगी।

फ्रांसीसी विदेशी सेना को दुनिया की सबसे एलीट आर्मी माना जाता है। यह अपनी खास ट्रेनिंग और दुनिया भर में अपने अभियानों के लिए जानी जाती है।

जमीन पर फ्रांस की थल सेना के अलावा, एयर एंड स्पेस फोर्स (वायु और अंतरिक्ष बल) आसमान में करतब दिखाती नजर आएगी।

फ्रांसीसी वायु और अंतरिक्ष बल ने 75वें गणतंत्र दिवस परेड से पहले शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी के कार्तव्य पथ के ऊपर फ्लाई-पास्ट रिहर्सल में भाग लिया। 

इससे पहले रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने शुक्रवार को कहा कि परेड में फ्रांस की 95 सदस्यीय मार्चिंग टीम और 33 सदस्यीय बैंड दल भी हिस्सा लेंगे।

अरमाने ने कहा कि वायु सेना के विमान के साथ एक मल्टी रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट (एमआरटीटी) विमान और फ्रांसीसी वायु सेना के दो राफेल लड़ाकू जेट ‘फ्लाई-पास्ट’ में भाग लेंगे।

बता दें कि ये दूसरा मौका है जब कार्तव्य पथ पर फ्रांसीसी सशस्त्र बलों की टुकड़ी परेड करेगी। इससे पहले 2016 में, फ्रांस आर्मी के जवानों ने भारत के गणतंत्र दिवस में हिस्सा लेकर इतिहास रचा था।

ये पहला मौका था जब किसी विदेशी आर्मी ने भारत के रिपब्लिड डे पर परेड में हिस्सा लिया। उस वक्त भी मुख्य अतिथि फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद थे।

गौरतलब है कि इससे पहले पिछले साल भारतीय सेना ने भी फ्रांस की परेड में हिस्सा लिया था। 14 जुलाई को मनाए गए फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस ‘बैस्टिल डे’ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीफ गेस्ट थे।

पीएम मोदी फ्रांस के निमंत्रण पर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। इस दौरान भारत की तीनों सेनाओं की टुकड़ियों ने परेड में हिस्सा लिया। इस मौके पर भारत के तीन राफेल विमानों ने भी फ्लाईपास्ट किया था।

भारत और फ्रांस के संबंध पिछले एक दशक में तेजी से विकसित हुए हैं। खासतौर से डिफेंस सेक्टर में फ्रांस भारत का महत्वपूर्ण साझेदार है।

पिछले साल प्रधानमंत्री मोदी की फ्रांस यात्रा के बाद, 25 साल के रोडमैप की ऐलान किया गया था। इसमें भारतीय पनडुब्बी बेड़े को बनाने के लिए फ्रांस के सहयोग का जिक्र था। 

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