भीषण गर्मी के बीच लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दो चरणों का मतदान हो चुका है।
आगामी 7 मई को तीसरे चरण का मतदान होना है। लोकसभा चुनाव के लिए पहले दो चरणों में कम मतदान ने राजनीतिक दलों और चुनाव आयोग को चिंता में डाल दिया है।
इसके पीछे की बड़ी वजह भीषण गर्मी और लू का कहर माना जा रहा है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी भयंकर गर्मी को देखते हुए कई राज्यों में अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग से मतदान का समय बढ़ाने की मांग की है। कांग्रेस का कहना है कि मौसम विभाग की गाइडलाइन्स के मुताबिक, जनता से दोपहर 12 बजे से 4 बजे के बीच घरों से बाहर न निकलने की अपील की जा रही है।
तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग (ईसी) से निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान करने का समय सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक बढ़ाने का शनिवार को अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा कि राज्य में भीषण गर्मी के मद्देनजर वोट प्रतिशत में कमी आ सकती है। बता दें कि तेलंगाना में 13 मई को चौथे चरण के लिए 17 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होना है। कांग्रेस पार्टी को आशंका है कि भीषण गर्मी के कारण लोग मतदान करने से परहेज कर सकते हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) विकास राज को संबोधन अपने पत्र में, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी ( टीपीसीसी) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जी निरंजन ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा जारी गजट अधिसूचना के अनुसार, 13 विधानसभा क्षेत्रों को छोड़कर मतदान का समय सुबह सात बजे से शाम पांच बजे के बीच होगा जबकि 17 संसदीय क्षेत्रों में सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक ही चुनाव होंगे।
दरअसल, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने भीषण गर्मी को देखते हुये, तेलंगाना के विभिन्न जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
उन्होंने कहा कि अधिकारी भी जनता से दोपहर 12 से चार बजे के बीच अपने घरों से बाहर न निकलने की सलाह दे रहे हैं, जब तक कि कोई तत्काल आवश्यकता न हो।
कांग्रेस पार्टी ने कहा, “हम यह उम्मीद नहीं कर सकते कि लोग दोपहर 12 बजे से तीन बजे के बीच वोट डालने के लिए बाहर आएंगे, जिसके कारण निश्चित रूप से मतदान का प्रतिशत कम होगा।”
उन्होंने कहा कि यह ध्यान देने योग्य है कि गजट अधिसूचना के अनुसार निकटवर्ती आंध्र प्रदेश राज्य के कई विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का समय सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक है।
उन्होंने कहा, ”तेज गर्मी और लू को देखते हुए, हमने चुनाव आयोग से सभी 17 संसदीय क्षेत्रों में मतदान के समय में बदलाव करने का अनुरोध किया है ताकि लोगों को मतदान के लिए आगे आने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके और मतदान प्रतिशत भी बढ़ाया जा सके।”