नई दिल्ली। दीपोत्सव में शामिल होने के लिए श्रीराम नगरी अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता का चित्रण करने वाले कलाकारों का तिलक किया और उनकी आरती उतारी। इसके बाद नगर में निकलने वाली राम झांकी का रथ खुद योगी ने खींचा। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, यूपी के दोनों डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य भी भगवान का रथ खींचते हुए नज़र आए। इस दौरान भगवान पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा, राम काज कीन्हे बिनु मोहि कहां विश्राम। आज अयोध्या चमक रही है। आज हमारी काशी चमक रही है। दुनिया भव्य काशी देख रही है। सनातन धर्म ने कभी किसी का अहित नहीं किया, सबको गले से लगाया। इस दौरान योगी ने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि जो भी मानवता के मार्ग में, विकास के मार्ग में बैरियर बनेगा, उसकी वही दुर्गति होनी है जो उत्तर प्रदेश के माफियाओं की हुई है।

सीएम योगी ने कहा कि आज जो भी हमारे अयोध्याधाम में आता है, मैंने 22 जनवरी और फिर 23 जनवरी को वह दृश्य देखा, जब देश भर से आए भक्तों ने अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के दर्शन किए। उनकी आंखों में खुशी के आंसू भर आए, कुछ के आंसू छलक पड़े एक खंभा पकड़कर, और अन्य लोग जमीन पर लेट गए, उन्होंने अपने सिर झुकाए, अपने आंसुओं से खुशी व्यक्त की, मैंने अयोध्या में ये सभी दृश्य अपनी आंखों से देखे हैं।

सीएम योगी ने कहा कि दीपोत्सव पर आप ये जो दीये आप जलाएंगे, विश्वास करें, ये सिर्फ दीये नहीं हैं, ये सनातन धर्म की आस्था का प्रतीक हैं। भगवान राम की कृपा बरसेगी और पांच सौ साल बाद वे इस धरती को अपना उद्देश्य पूरा करने का आशीर्वाद देंगे। आप अपना काम करें, भगवान का आशीर्वाद स्वाभाविक रूप से मिलेगा।

सीएम ने कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का काम पूरा हो चुका है। ये डबल इंजन की सरकार है, हम जो कहते हैं वो करते हैं। 2017 से पहले अयोध्या में बिजली नहीं थी। वो जिन्होंने राम की उपेक्षा की थी, जिन्होंने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए थे, वे सिर्फ भगवान राम के अस्तित्व पर ही सवाल नहीं उठा रहे थे, वे सनातन धर्म के अस्तित्व पर भी सवाल उठा रहे थे, वे आपके अस्तित्व पर भी सवाल उठा रहे थे। आपकी विरासत पर सवाल उठा रहे थे।

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